नारीत्व का जश्न मनाने के लिए विश्व बिंदी दिवस पर जारी किया गया वैश्विक संगीतमय वीडियो ‘बिंदी’

नारी सशक्तिकरण का प्रतीक है ‘बिंदी’

कर्मन्ये क्रिएशंस यूएस आधारित एक मीडिया समूह है। जिसने भारतीय सभ्यता में ‘बिंदी’ के महत्व समझने की एक पहल शुरू की है। कुछ एनआरआई भारतीयों ने महिलाओं के माथे की शोभा बढ़ाने वाली ‘बिंदी’ यानी कि डॉट के बारे में एक म्यूजिकल वीडियो के माध्यम से बताया है कि ये डॉट बिंदी भारतीय नारी का एक गहना भी है। ये म्यूजिक वीडियो बिंदी यूएस में बहुत पॉपुलर भी हो चुका है।

ये म्यूजिक वीडियो सांग बिंदी इस नवरात्रि के दौरान सोशल मीडिया पर डाला गया था, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार और आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। इस संगीतमय वीडियो में डॉ सोनल मानसिंह, माता राज्यलक्ष्मी, मालिनी अवस्थी, अरुणा भट्ट, अनुषा श्रीनिवासन अय्यर, सिमरन कौर मुंडी, मंजरी फडनीस, न्यारा बनर्जी, रागिनी द्विवेदी, आंचल द्विवेदी, कायनात अरोड़ा, शिबानी कश्यप, निवेदिता बसु ने परफॉर्म किया है। इस बिंदी सांग को श्वेता पंडित ने गाया है। और इसे कंपोज हृदय गट्टानी ने किया है, वही खूबसूरत  बिंदी सांग को शिवांगी तिवारी ने लिखा है।

वीडियो का निर्माण कर्मन्ये क्रिएशंस और शिल्पी श्रीवास्तव के द्वारा किया गया है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अद्भुत पकड़ रखने वाली महिलाओं को फीचर किया गया है।

इस वीडियो सांग के माध्यम से वैश्विक अपील की गई है कि पूरी दुनिया में महिलाएं बिंदी को धारण करे, क्योंकि ये बिंदी महिला सशक्तिकरण और उनके गर्व का प्रतीक है।

WorldBindiDay.org द्वारा संयुक्त राष्ट्र को आधिकारिक तौर पर विश्व बिंदी दिवस नामित करने के लिए एक पत्र भेजा गया है।

विश्व बिंदी दिवस की अवधारणा की कल्पना पिछले साल कुछ एनआरआई द्वारा की गई थी, जब यह निर्णय लिया गया था कि इस खूबसूरत अवधारणा के लिए पवित्र दिन नवरात्रि की शुरुआत होनी चाहिए, जो महिला सशक्तिकरण और समाज में उनके महत्व पर जोर देती है।

कर्मन्ये क्रिएशंस के अंनत श्रीवास्तव ने कहा कि 

वर्ल्ड बिंदी डे की परिकल्पना पिछले वर्ष कुछ एनआरआई द्वारा की गई थी और तब ये निर्णय लिया गया था कि हर साल नवरात्रि के शुभावसर पर बिंदी दिवस को मनाया जाए, क्योंकि नवरात्रि के पवित्र दिन में ही इसकी महत्वता को समझाया जा सकता है। नवरात्रि के नौ दिन महिला सशक्तिकरण और समाज मे इनके महत्व को बखूबी समझा सकते हैं। कर्मन्ये क्रिएशंस का इस सांग को बनाने का मकसद केवल एक ही है कि बिंदी शब्द को पूरी दुनिया में उनको उसका दर्ज मिल जाए। और इसे हर महिला के साथ साझा किया जा सके। और महिलाओं की शान का प्रतीक है बिंदी। इसके अलावा अगले वर्ष हम और ज्यादा महिलाओं को लेकर कुछ और सांग रिलीज करेंगे। जिसमें इस बार की अपेक्षा और ज्यादा महिलाओं को फीचर किया जाएगा। इसमें कई फिल्मी सितारों, सोशल वर्करों और महत्वपूर्ण महिलाओं वीडियो सांग में लिया जाएगा।

गाने की गायिका श्वेता पंडित ने कहा कि मैं इस सांग के कॉन्सेप्ट से बहुत प्रभावित हुआ। मैं खुद  को इस सांग से जुड़ा महसूस कर रही हूं क्योंकि मैं भी तो एक महिला हूं ये सांग सभी महिलाओं को पसंद आएगा। क्योंकि ये गाना भारतीय महिलाओं के माथे की बिंदी का वर्णन बहुत ही सक्रियता के साथ कर रहा है।

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