मुंबई| फिल्म इंडस्ट्री के प्रतिष्ठित लेखक निर्देशक प्रमोद शास्त्री को मिला जन्मदिन का अनोखा तोहफा, लगा बधाईयों का तांता के जन्मदिन पर बधाई एवं शुभकामनाएं देने वालों का दिन-रात तांता लगा रहा। उनका जन्मदिन इस साल का कई तरह से बहुत विशेष रहा। इसी क्रम में उनके जन्मदिन को खास बनाने के लिए उनके मित्र जीतू भोजपुरिया और उनकी टीम ने उनके लिए एक गाना बनाया और रिलीज किया। जी हां, स्टार म्यूज़िक वर्ल्ड के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर इस स्पेशल गीत “हैप्पी बर्थडे” को रिलीज़ किया गया तो इसे दशकों का बेहद अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। सिंगर भरत बागी द्वारा गाए इस गीत को लिखा है कुमार सुग्रीव ने जबकि इसका संगीत तैयार किया है राज गाजीपुरी ने। इसके प्रोड्युसर गौतम सिंह हैं। इस गाने के लिए प्रमोद शास्त्री ने इसके मेकर का शुक्रिया अदा किया है और कहा है कि आप सब भी इस गीत को सुनें और स्नेह दें।
आपको बता दें कि प्रमोद शास्त्री ने अरविन्द अकेला कल्लू के साथ फिल्म “रब्बा इश्क ना होवे” बनाई थी। कल्लू के साथ इनकी दूसरी फिल्म छलिया थी और कल्लू के साथ ही उन्होंने तीसरी फिल्म बनाई है “प्यार तो होना ही था”। प्रमोद शास्त्री ने अरविन्द अकेला कल्लू को ही मुख्य भूमिका में लेकर चौथी फिल्म “आन बान शान” डायरेक्ट की है।
दूरदर्शन के किसान चैनल पर इन दिनों एक धारावाहिक ‘किसके रोके रुका है सवेरा’ काफी पसंद किया जा रहा है, इसके निर्देशक भी प्रमोद शास्त्री हैं। इस धारावाहिक में दमदार कहानी है और समाज को एक नई रोशनी दिखाई गई है। शानदार डायरेक्शन और कलाकारों के उम्दा अभिनय के दम पर इस सीरियल के सौ से ज़्यादा एपिसोड प्रसारित हो चुके है। साथ ही इस धारावाहिक की टीआरपी भी सबसे ज्यादा है। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और शहरों की समस्याओं को दर्शाती, महिला सशक्तिकरण की कहानी है यह सीरयल ‘किसके रोके रुका है सवेरा’, जो कि हर सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे दूरदर्शन किसान पर प्रसारित हो रहा है और डीडी किसान के दर्शक इस मनोरंजनपूर्ण धारावाहिक का आनंद ले रहे हैं। इस धारावाहिक के निर्देशक प्रमोद शास्त्री हैं। निर्माता पवन कुमार मिश्रा और प्रमोद कुमार पांडे हैं। धारावाहिक के मुख्य कलाकारों में आदित्य वर्मा, कनक यादव, राजा गुरु, अलका चोटालिया, बालेश्वर सिंह, राकेश दूबे, नीतू पांडे, चन्दन कश्यप, सपना मलिक, राजीव सक्सेना और गोविन्द पाठक शामिल हैं।
शो के डायरेक्टर प्रमोद शास्त्री ने कहा कि मैंने गाँव में काफी साल गुजारे हैं। और हमें ग्रामीण जीवन का अनुभव रहा है। मुंबई में भी चाल में रहने से लेकर बिल्डिंग तक का सफ़र मैंने तय किया है। गाँव में भी मैंने दो तरह की जिन्दगी बिताई है एक एकदम ग्रामीण क्षेत्र में, दुसरे लखनऊ जैसे शहर में भी जीवन बिताये हैं। किसान का बेटा हूँ इसलिए तमाम अनुभवों को इसमें समाने की कोशिश की है। यूपी बिहार के लड़कों लडकियों में टैलेंट तो है लेकिन उन्हें मौका नहीं मिलता। किसानो से जुड़े इसमें मुद्दे भी हैं।”
प्रमोद शास्त्री को उनके जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं मिलने का सिलसिला जारी है। सोशल मीडिया पर काफी लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं लेकिन उनके जन्मदिन पर उनके लिए एक खास बना कर रिलीज़ करना उन्हें सबसे बड़ा तोहफा देना है।