आज बेटियां फाउंडेशन मेरठ द्वारा साइबर सुरक्षा व कानूनों की जानकारी कार्यशाला का आयोजन आईटीआई साकेत मेरठ मंडल में किया गया अध्यक्ष अंजू पांडेय ने कहा कि छात्राओ को विभिन्न ट्रेनिंग के साथ स्वयं को मजबूत बनाने के लिए साइबर सुरक्षा व कानूनों को जानकारी जरूरी है ताकि वह आए दिन साइबर ठगी से बच सकें यहां प्रशिक्षण ले रही छात्राएं आगे अपना बिजनेस कर सशक्तिकरण की मिसाल बनना चाहती हैं तो उनके लिए जरूरी है कि हम उन सब बातों को पहले से ही ध्यान रखें जिनसे हमें नुकसान हो सकता है ।
इंटरनेट का प्रयोग, चाहे मोबाइल हो या कंप्यूटर लैपटॉप कोई भी डिवाइस हो यदि हम सावधानी से सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो साइबर फ्रॉड से कब हम पीड़ित हो जाएंगे मालूम नहीं पड़ेगा । साइबर सिक्योरिटी क्यों है जरूरी उस पर कैसे नियंत्रण रखा जाए इंटरनेट बैंकिंग चाहे एटीएम हो या पेटीएम, जरा सी चूक हुई कि आपका अकाउंट खाली, हैकिंग, साइबर स्टेकिंग, एटीएम क्लोनिंग, मैलवेयर स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर, फायरवेल आदि के बारे में विस्तार से बताया कि क्या इस्तेमाल करे और किस एप, सॉफ्टवेयर से बचाव करे।
साथ ही बताया कि 1930 पर कॉल करे तो आपका फ्रॉड किया गया पैसा 24 घंटे में वापिस आ सकता है या 155260 पर अपने रजिस्टर्ड नंबर से कॉल करे तो ट्रांसफर पैसा रूट में जाते हुए रुक जायेगा। निशि सिंह ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून बनते रहते हैं ताकि उनका शोषण ना हो सके घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 में महिलाओं की सुरक्षा का प्रावधान है बताया कि कानूनों की उचित जानकारी ना होने पर हम कहीं भी कानून के घेरे में आ सकते हैं इसलिए कानूनी साक्षरता जरूरी है
उदाहरण के लिए सड़कों पर अज्ञात वाहनों से दुर्घटना हो जाती है उसके लिए हेलमेट और यातायात का पालन करना अनिवार्य है साथ ही यदि अज्ञात दुर्घटना हो जाती है तो मोटर वाहन अधिनियम हिट एंड रन के रूप में प्रावधानित किया गया है जिसमें पीड़ित पक्षकार को धनराशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी है जो कि विधिक निरक्षर होने के कारण हम इस्तेमाल नहीं कर पाते।
एडवोकेट साहिल सिंह ने दहेज हिंसा, यौन शोषण, ट्रांसजेंडर के लिए कानून,बाल विवाह, बाल श्रम,चाइल्ड एब्यूज, घरेलू हिंसा पर प्रकाश डाला और इन सबके लिए एक्ट द्वारा कानून की जानकारी देकर हम अपना कैसे बचाव कर सकते है व हेल्पलाइन नंबर 8791617598 भी इश्यू किया कि भविष्य में किसी जानकारी की आपको जरूरत है तो निशुल्क आपकी समस्या का समाधान करने की कोशिश की जाएगी ।
सभी छात्र छात्राओं ने अपने अपने सवालों के समाधान भी पाए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव शिवकुमारी गुप्ता, सुधा अरोड़ा,विनीता तिवारी का सहयोग रहा व संस्थान अध्यापिकाओं ने बेटियां फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इसी तरह के कार्यक्रम करने को कहा