मुंबई| भोजपुरी सिनेमा में लोक गीत संगीत को बढ़ावा देने वाले विलक्षण प्रतिभा लीजेंड गीतकार संगीतकार स्वर्गीय लक्ष्मण शाहाबादी को प्रेम पूर्ण नमन करते हुए वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी आज 13 जनवरी को शाम सात बजे उनका एक गीत “सीसा के महलिया” रिलीज़ करने जा रहा है। लक्ष्मण शाहाबादी द्वारा लिखे और कंपोज किए गए इस गीत के म्यूज़िक प्रोड्युसर उनके पुत्र अमरेश शाहाबादी हैं। भोजपुरी के महान गीतकार संगीतकार लक्ष्मण शाहाबादी के इस सदाबहार गीत को अमरेश शाहाबादी ने बिहार की लोक गायिका चन्दन तिवारी से अपनी विशेष शैली में गवाया है। इसका विडियो सांग आज शाम सात बजे वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल से रिलीज़ किया जाएगा। इस गीत के जरिए दरअसल वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी और अमरेश शाहाबादी एक लीजेंड गीतकार संगीतकार लक्ष्मण शाहाबादी को ट्रिब्यूट पेश कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार के आरा में एक कायस्थ परिवार में जन्मे लक्ष्मण शाहाबादी को गीत संगीत और साहित्य विरासत में मिला था. उनके पिता रामलाला प्रसाद सितार वादक थे । लक्ष्मण शाहाबादी के शास्त्रीय संगीत के गुरु जंगली मल्लिक थे. घर में हर तरह के वाद्य यंत्र मौजूद होने की वजह से बचपन में ही लक्ष्मण शाहाबादी के अंदर भी गीत-संगीत के बीज फूट पडा़ ।उन्होंने संगीत की विधिवत शिक्षा भी हासिल की।
समय के साथ उनके हिंदी-भोजपुरी गीतों की लोकप्रियता रंगमंच से निकलकर मुंबई तक पहुंची. देसी मिट्टी और लोक गीत- संगीत की खाँटी परंपरा की खुशबू उनके गीतों में होने की वजह से उनकी शोहरत काफी हुई। एचएमवी कंपनी ने लक्ष्मण शाहाबादी को मुंबई बुलाया और उनका पहला हिंदी गीत विख्यात गायक मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे की आवाज़ मेें रिकाॅर्ड कराया गीत के बोल थे “कह के भी न आये मुलाकात को’ और दिल बेचैन इस गीत के बाद वह मायानगरी से जुड़ गए। लक्ष्मण शाहाबादी ने अपने गीत संगीत और संवाद से भोजपुरी सिनेमा को एक नया मुकाम दिलाया।
गौरतलब है कि 1981 में बनी भोजपुरी फिल्म ‘धरती मइया’ के गीत और संवाद लक्ष्मण शाहाबादी ने लिखे थे. इस फिल्म के संगीतकार चित्रगुप्त थे. फिल्म के सारे गीत हिट हुए. मो रफी की आवाज़ में ‘जल्दी जल्दी चले रे कहारा .. लोगों को आज भी याद है। 1983 में बनी फिल्म ‘गंगा किनारे मोरा गांव’ के गीत भी लक्ष्मण शाहाबादी ने लिखे गीत कहे के सभे केहू आपन .. गंगा किनारे मोरा गाँव हो.. इसके बाद भैया दूज फिल्म -गीत के बोल थे कहवाँ गइल लरकईया हो तनी हमके बता दऽ। इस फिल्म के सारे गीतों ने भी खूब लोकप्रियता हासिल की थी। इसके बाद दुल्हा गंगा पार के ,दगाबाज बलमा ,हमार दुल्हा,राम जईसन भइया हमार,गंगा आबाद रखीहऽ सजनवा के उल्लेखनीय हैं। “सीसा के महलिया” भी लक्ष्मण शाहाबादी का एक बहुत ही पॉपुलर गीत है। अब इसे एक नए रूप में चन्दन तिवारी की आवाज़ में वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी पेश कर रहा है।