विनोद सिन्हा के बुलावे पर गिरिडीह में दरबार लगाने आ रहे हैं बागेश्वर सरकार, भोजपुरी अभिनेता व सांसद मनोज तिवारी ने की घोषणा
नवम्बर के पहले हफ़्ते में ही 2 और 3 तारीख़ को झारखण्ड के गिरिडीह में बागेश्वर धाम सरकार पण्डित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का दिव्य दरबार लगने जा रहा है । यह आयोजन झारखण्ड में समाजसेवी और भाजपा नेता विनोद सिन्हा करा रहे हैं । यह उद्घोषणा गिरिडीह में श्रावण मास की आखिरी सोमवारी पर विनोद सिन्हा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित मनोज तिवारी ने किया, इस कार्यक्रम में पार्श्व गायिका प्रिया मल्लिक भी उपस्थित थी । विदित हो कि बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार हर जगह नहीं लगते बल्कि उसके लिए बहुत प्रयत्न और व्यवस्था के बाद ही सम्भव हो पाता है ।
इस आयोजन के बारे में आयोजक विनोद सिन्हा ने बताया कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगमन की सूचना से ही पूरे गिरिडीह परिक्षेत्र में उत्साह की लहर दौड़ गई है, और हर कोई इस दरबार के शीघ्र लगने की प्रतीक्षा कर रहा है , की अब शीघ्र ही गिरिडीह के वासियों पर भी बालाजी सरकार की कृपा बरसेगी । इस गिरिडीह के दुखिया महादेव मंदिर प्रांगण में बागेश्वर धाम सरकार का दिव्य दरबार सजेगा । झारखण्ड में यह पण्डित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का पहला दिव्य दरबार होगा । इसकी अवधि भी मात्र दो दिनों के लिए ही रखा गया है । इस कार्यक्रम में पहले दिन सुबह में कथा का आयोजन होगा व शाम में भजन संध्या लगेगी, पुनः अगले दिन बागेश्वर धाम सरकार का दिव्य दरबार सजेगा ।
इस दिव्य दरबार के बारे में आयोजक विनोद सिन्हा ने बताया कि यह आयोजन अपने आप में ऐतिहासिक होगा । बाबा बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार में लोग अपनी समस्याओं के बारे में बालाजी सरकार के समक्ष अर्जी लगाएंगे, और फिर बालाजी सरकार के द्वारा उनपर कृपा बरसेगी । झारखण्ड के गिरिडीह में विनोद सिन्हा भाजपा के एक कद्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं और यहां पर ” गिरिडीह मानव सेवा संस्थान ” नामक संस्था चलाते हैं जो मानव कल्याण के लिए काम करती है । इसी संस्था ने विगत दिनों इस पवित्र श्रावण मास की आखिरी सोमवारी को एक भक्ति नाइट का आयोजन किया था जिसमें मनोज तिवारी मृदुल और प्रिया मल्लिक ने जमकर दर्शकों को अपने भजन कीर्तन पर लोगों को झुमाया । इसी कार्यक्रम में विनोद सिन्हा के द्वारा बागेश्वर धाम सरकार के दिव्य दरबार के बारे में घोषणा भी की गई ।