विश्व कैंसर दिवस पर मदरहुड क्लब ने बनाया उम्मीदों का पुल
विश्व कैंसर दिवस, 4 फरवरी की शाम को मदरहुड क्लब एवं ऑनकोलॉजी फोरम के सौजन्य से कैंसर जागरूकता दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष पर एक अंतर्राष्ट्रीय काव्य संध्या का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि डॉ संदीप मारवाह, AAFT यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया एंड आर्ट्स के कुलपति, डा. एस. वी. एस. देव, AIIMS, सर्जिकल ऑनकोलॉजी विभाग के हेड सम्मानित सदस्य के रूप में जुड़े वहीं सुशील भारती डायरेक्टर ब्रॉडकास्टिंग रेडियो नोएडा 107.4/एम एस टी वी, एवं डा. पुरविश पारीख, एशियन इंस्टीट्यूट आंकोलॉजी मुंबई से इस आयोजन के विशिष्ट अतिथि रहें।
डॉ मारवाह ने अपने सम्बोधन में सर्वप्रथम मदरहुड क्लब की इस अनोखे पहल की सराहना की जिसके द्वारा समाज व देश को कैंसर के प्रति काव्य भावना के जरिए जागरूक करना है। खास तौर पर जब की यह मदरहुड क्लब की चार सशक्त महिलाओं द्वारा लिया गया कदम है संस्थापिका एकता सहगल मल्होत्रा, व उनकी सहयोगी सुश्री ईला पचौरी, पूजा दीक्षित और मोनिका गोयल दिवान। देश के जाने-माने कैंसर सर्जन AIIMS के डाॅक्टर देव ने अपने अनुभव से बताया कि कविता की उत्पत्ति हृदय से होती है और दिल को छूती है अतः कैसर पीड़ित अपने को सीधे सीधे कविताओं के माध्यम से जोड़ पाता है गीत और कविताएं उसके लिए आशा की किरण बन जाती है और उसके सुधार में काफी हद साहयक पायी गई हैं।
इस काव्य संध्या में देश विदेश से लगभग 35 कवि/कवियत्रियों ने आशा और उम्मीद पर काव्य पाठ किया। सिंगापुर और स्पेन समेत 26 महिला कवियेत्रि शामिल हुई। कार्यक्रम का सफल संचालन सुश्री एकता सहगल मल्होत्रा एवं डाक्टर इंदु बंसल ( डायरेक्टर रेडिएशन ऑनकोलॉजी नारायण हॉस्पिटल) ने किया । मदरहुड क्लब की चीफ हैप्पीनेस ऑफिसर इला पचौरी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपनी भावपूर्ण कविता “अब मैं जीना सीख रही हूं” से कार्यक्रम का समापन किया। सुश्री एकता सहगल ने मदरहुड क्लब द्वारा पिछले तीन महीने से कैंसर के प्रति समाज में जागरूकता व संवेदनशीलता के प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा इस काव्य गोष्ठी के आयोजन से उन्हें कैंसर उपचार के लिए 75000/- एकत्रित करने में कामयाब रहे जो कि शक्ति नाम ( परिवर्तित नाम) की महिला पर व्यय किया जाएगा जिसका इलाज दिल्ली के AIIMS में चल रहा है।