आज से लिखी जा रही है लगन-पत्रिका, आनन्द सिंह कर रहे हैं अगुआई
कहते हैं कि जोड़ी ऊपर से बनकर आती है और धरती लोक पर लगन-पत्रिका व कुंडली से मिलान करके वर-कन्या को परिणय सूत्र में बांधा जाता है। इसी तरह के कुछ अलग विषय पर आज से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक नई लगन-पत्रिका लिखी जा रही है। जिसकी अगुआई जाने माने फ़िल्म निर्देशक आनन्द सिंह कर रहे हैं। जी हाँ, भोजपुरी सिनेमा के यंगस्टार विमल पांडेय और बंगाली बाला मिस्टी गर्ल मणि भट्टाचार्य की युगल जोड़ी में भोजपुरी फिल्म लगन-पत्रिका का शुभ मुहूर्त करके उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शूटिंग शुरू कर दी गई है। इस फिल्म के जरिये पहली बार विमल पांडेय और मणि भट्टाचार्य एक साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं। उनकी रोमांटिक केमिस्ट्री ऑडियंस को खूब इंटरटेनमेंट करने वाली है।
गौरतलब है कि यूए फिल्म्स प्रोडक्शन एंड एंटरटेनमेंट हॉउस के बैनर तले निर्मित की जा रही है भोजपुरी फिल्म लगन-पत्रिका के निर्माता शैलेन्द्र नागपाल व रंजीत सिंह हैं। कुशल नेतृत्व यानि फिल्म के निर्देशन की बागडोर टैलेंटेड फिल्म निर्देशक आनन्द सिंह संभाल रहे हैं। लेखक मनोज पांडेय हैं। गीतकार राजेश मिश्रा, सुमित सिंह चन्द्रवंशी, शेखर मधुर के लिखे गीत को मधुर संगीत से सजाया है संगीतकार साजन मिश्रा ने। डीओपी डीके शर्मा, मारधाड़ दिनेश यादव, नृत्य प्रसून यादव हैं। कला विपिन का है। प्रोडक्शन कंट्रोलर जीटू बाबा, जोंटी गिरी, ईपी विपिन सिंह हैं। मुख्य भूमिका में विमल पांडेय, मणि भट्टाचार्य, ज़ोया खान, बालेश्वर सिंह, पलक तिवारी, अनूप अरोरा, शिवा शर्मा, सोनिया मिश्रा, नीलम पांडेय, प्रदीप देव आदि हैं।
फ़िल्म लगन-पत्रिका के मुहूर्त के समय फिल्म के हीरो यंगस्टार विमल पाण्डेय ने कहा कि वह भोजपुरी फिल्म ‘लग्न पत्रिका की शूटिंग शुरू करके बेहद उत्साहित हैं। यह एक अनोखा सिनेमा है जिसकी स्टोरीलाइन काफी अलग है और मेरा किरदार भी हटकर है। मणि भट्टाचार्य के साथ स्क्रीन शेयर करना काफी यूनिक है।
हीरोइन मणि भट्टाचार्य ने कहा कि यह फिल्म मेरे दिल के काफी करीब है। मेरी और विमल पांडेय की केमेस्ट्री खूब मनोरंजनपूर्ण होगी। फिल्म के निर्माता और निर्देशक बहुत ही बेहतरीन फ़िल्म की मेकिंग कर रहे हैं।
फिल्म के निर्माता शैलेन्द्र नागपाल ने बताया कि हमारी यह फिल्म लगन-पत्रिका मनोरंजन के साथ-साथ दर्शकों में संदेश देने का भी कार्य करेगी। मेरा प्रयास है भोजपुरी सिनेमा जगत जगत को बेहतरीन फिल्म देना है। इसी हम यूनिक स्टोरी वाली फिल्म का निर्माण कर रहे हैं।
फ़िल्म के निर्देशक आनन्द सिंह ने कहा कि सिनेमा समाज का दर्पण होता है। इसलिए जब मेरे पास रीति-रिवाज और भोजपुरी संस्कार से परिपूर्ण फ़िल्म की स्टोरी हाथ लगी तो इसपे बेहतरीन सिनेमा बनाने के लिए कमर कस ली है। आशा है कि यह फ़िल्म दर्शकों के उम्मीद पर खरा उतरेगी।