राम नाम की महिमा
विजयलक्ष्मी राठौड़, एम. ए, बी.एड, नेट हिंदी साहित्य, जोधपुर
सोचा मैंने, आज यह मन में
कैसे, सूरज को दिया दिखलाऊँ,
महादेव के इष्ट राम पर कैसे अपनी कलम चलाऊँ,
राम कृपा से जीवन में,
शुभ अवसर आता हैl
राम के विश्वास से,
सब संभव हो जाता हैl
राम नाम अंकित होने पर,
पत्थर भी तैर जाता हैl
बिना राम के जीवन ,शून्य हो जाता हैl
उल्टा रटने पर राम का नाम,
डाकू वाल्मीकि बन जाता हैl
मानस रचना करके तुलसी,
अमर कवि कहलाता है l
राम नाम के बल से हनुमान ,
पर्वत उठा लाता है l
राम बाण से मरकर,
रावण वैकुंठ धाम पाता है l
राम नाम से ही शिव,
काशी मोक्ष दाता है l
राम नाम जपने से,
हृदय कलुष मिट जाता हैl
राम विश्व की शुभ संस्कृति है,
राम मर्यादा है, शक्ति है, भक्ति है l
राम शील है, सौंदर्य आगार है,
राम जीवन का सार है l
राम अखिलेश, अंतर्यामी है,
राम जगत के स्वामी है l
राम जीवन संघर्ष, वचन बद्धता है l
राम से जीवन में समरसता है l
राम हमारे आराध्य हैं,
राम सबके साध्य हैं,
राम ही आदि, राम ही अंत है
राम परमानंद है l
राम एक पत्नी व्रत धारी है,
श्री राम के चरणों में,
यह जीवन बलिहारी है l
जय श्री राम