150 आदिवासी परिवारों की महिलाओं को कम्बल वितरित
भा.वि.प. ‘‘काशी’’ द्वारा महिला सेवा केन्द्रित ‘‘काशी के सिपाही’’ मुहिम: दूसरा चरण
विगत नौ माह में आयोजित 45 कार्यक्रमों के माध्यम से 36238 लाभान्वित
वाराणसी। भारत विकास परिषद काशी के सदस्य महिला सेवा केन्द्रित ‘‘काशी के सिपाही’’ मुहिम के तहत मंगलवार को शहर से दूर सराय डांगरी पहुंचे, जहां उन्होने ठंड से जूझ रही लाचार जरूरतमंद 150 आदिवासी परिवार की महिलाओं को कम्बल प्रदान किया।
वर्तमान सत्र 2019-20 के विगत नौ माह के दौरान 162 संयोजकों की सहायता से आयोजित 45 कार्यक्रमों के माध्यम से 36238 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। इसीक्रम में परिषद् के द्वारा महिला सेवा केन्द्रित ‘‘काशी के सिपाही’’ मुहिम की शुरूवात की गई। जिसके दूसरे चरण में 150 आदिवासी परिवार की महिलाओं को परिषद् के सदस्यों के द्वारा कम्बल प्रदान किया गया।
मुहिम के तीसरे चरण में मेंसुरेशन हाईजीन के लिए कार्य करने की योजना है, जिसका लाभ लगभग 3000 महिलाओं तक पहुंचाने की योजना है। जिसके लिये 11000 सेनेटरी पैड का स्टाक उपल्बध हो चुका है।
शाखा के अध्यक्ष रजत मोहन पाठक ने कहा कि जाति, सम्प्रदाय की भावना से दूर सभी के सहयोग से समाज के हर वर्ग के लिये होने वाले सहयोग एवं कार्य सेेे ही सभी के साथ से सभी का विकास होगा और तभी विश्वास बढ़ेगा। इसी लक्ष्य के साथ हम सभी जाति धर्म से परे समाज के हर वर्ग के लिये हम प्रयत्नशील है, जो कि देश के विकास व विश्वास की दिशा में एक राष्ट्रवादी कदम है और ये मुहिम उसी का एक हिस्सा है।
इससे पूर्व कार्यक्रम संयोजक विवेक शाह एवं संतोष अग्रवाल ने कम्बल वितरित करने के लिये स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों के माध्यम से वास्तविक जरूरतमंदों की सूची तैयार कर वितरण स्थल पहुंचे। जहां जहां परिषद् के सदस्यों ने ठंड मार झेल रहे 150 लाचार लोगों को कम्बल प्रदान किया। जिसमें संतोष अग्रवाल, आलोक खन्ना, रवि डहेलिया, आलोक जसरापुरिया, ऋषभ जैन, संजय गुप्ता, अनूप कुमार अग्रवाल, मुकेश सेठ, भूपेन्द्र विजय, सुबोध अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।
इस मौके पर काशी शाखा के अध्यक्ष भा.रजत मोहन पाठक, सचिव भा.हिमांशु पसरीचा, भा.सचिन मिश्रा, भा.विवेक शाह एवं भा.संतोष अग्रवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।