साहित्यकार छतिश द्विवेदी ‘कुंठित‘ को कर्मबीर पुरस्कार

कवियों ने आजादी पर सुनाई कविताएँ, बही राट्रभक्ति की बयार, झूमें श्रोता

वाराणसी । साहित्य, समाजसेवा व पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए वरिष्ठ साहित्यकार, प्रकाशक व संपादक छतिश द्विवेदी ‘कुंठित‘ को राजकीय जिला पुस्तकालय वाराणसी में आयोजित एक सम्मान कार्यक्रम में कर्मबीर सम्मान से सम्मानित किया गया। इस सम्मान कार्यक्रम का आयोजन 71 वें गणतंत्र दिवस पर राजकीय जिला पुस्तकालय वाराणसी,  विश्व जनचेतना ट्रस्ट पीलीभीत एवं सद्भावना साहित्यिक संगठन वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
संयुक्त रुप से आयोजित उक्त समारोह में अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट  कार्य के लिए वाराणसी के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी अनिमेष सिंह, स्टेशन फायर अधिकारी योगेंद्र चैरसिया जी व शिक्षा, समाजसेवा के क्षेत्र में कार्यरत श्रीमती सरिता अग्रवाल का भी सम्मान किया गया।
राजकीय जिला पुस्तकालय के पुस्तकालयाध्यक्ष कंचन सिंह परिहार, सद्भावना साहित्यिक संगठन वाराणसी के अध्यक्ष डॉ0 लियाकत अली और विश्व जनचेतना ट्रस्ट पीलीभीत के वाराणसी इकाई के सचिव संतोष कुमार ‘प्रीत‘ के द्वारा संयुक्त रूप से कर्मवीर सम्मान के क्रम में शाॅल और प्रशस्ति पत्र देकर अतिथियों को सम्मानित किया गया।
सम्मान कार्यक्रम के बाद में संदर्भ वक्तव्य में विचार रखते हुए सम्मानित अतिथियों ने ध्यन्यवा का इजहार किया। सम्मानित मुख्य अतिथि छतिश द्विवेदी ‘कुंठित‘ ने कहा कि ‘सम्मान पे्रम के उन्नयन की तीसरी अवस्था है, पहले प्रेम होता है, फिर आदर भाव आता है फिर सम्मान का उदय होता है, सम्मान प्रेम की विकसित अवस्था है।’ इसके आगे उन्होंने अपना प्रिय मुक्तक ‘ विश्व मेरे खाब के अनुसार हो जाए अगर, खून में कुछ स्नेह का संचार हो जाए अगर, स्वर्ग से भी खूबसूरत यह जमीं हो जाएगी, आदमी को आदमी से प्यार हो जाए अगर!’ सुनाया और सम्मान के लिए आयोजक मण्डल का आभार जताया।
इस अवसर पर बवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया। वरिष्ठ कवि योगेंद्र नारायण चतुवेदी ‘वियोगी’, जिला प्रशिक्षण अधिकारी दीनानाथ द्विवेदी ‘रंग’हर्ष वर्द्धन ममगाई, मुनीन्द्र पांडेय, जयप्रकाश मिश्र, धानापूरी, अशोक श्रीवास्तव फुर्तीला, अशोक श्रीवास्तव  भुलक्कड़ बनारसी, चपाचप बनारसी, सिद्धनाथ शर्मा, विंध्याचल पाण्डेय, डा. नसीमा निशा, एखलाक, श्रीमती करुणा सिंह, कुँवर सिंह ‘कुँवर‘, सूबेदार पाण्डेय, रामनरेश पाल ‘वियोगी‘, माधुरी मिश्रा, आकाश उपाध्याय ‘शब्दाकाश’, गोपाल केशरी, विकास पाण्डेय, अनुराग मिश्र, अतहर बनारसी, आदि कवियों ने सम्मेलन में प्रतिभाग किया। उक्त सम्मान समारोह के प्रमुख आयोजको में पुस्तकालयाध्यक्ष कंचन सिंह परिहार, डॉ0 लियाकत अली और संतोष कुमार श्रीवास्तव ‘प्रीत‘ रहे। सम्मान समारोह की अध्यक्षता जिला प्रशिक्षण अधिकारी दीना नाथ द्विवेदी रंग ने व संचालन प्रसन्नबदन चतुर्वेदी ने किया। सम्मानित अतिथियों ने भी काव्यपाठ किया जिसे उपस्थित श्रोताओं द्वारा खूब सराहा गया।

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