सिंगरौली की कथाकार सीमा शर्मा मीरा स्मृति पुरस्कार से सम्मानित
पांडुलिपि भेड़ियों का पोशम्पा पुरस्कार हेतु चयनित
सिंगरौली। मीरा फाउंडेशन एवं साहित्य भंडार इलाहाबाद के संयुक्त तत्वाधान में वर्ष 2018 का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मीरा स्मृति पुरस्कार के लिए विंध्यनगर सिंगरौली की कथाकार सीमा शर्मा की पांडुलिपि भेड़ियों का पोशम्पा को चुना गया है। पुरस्कार समिति के संयोजक अशोक त्रिपाठी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बीते दिनों निर्णायक मंडल के विचार विमर्श के बाद यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया।
मीरा फाउंडेशन के प्रबंध संचालक और साहित्य भंडार के स्वामी विभोर अग्रवाल की अध्यक्षता में निर्णायक मंडल के संयोजक सदस्य अशोक त्रिपाठी ने निर्णायक मंडल के शेष सदस्यों डॉ. धनंजय वर्मा (भोपाल), प्रो. राजेंद्र कुमार (प्रयागराज), श्रीमती नासिरा शर्मा (दिल्ली) तथा डॉ.विजय अग्रवाल (रीवा) से ऑनलाइन चर्चा की और सबकी सहमति से सीमा शर्मा की कहानी की पांडुलिपि भेड़ियों का पोशम्पा को इस पुरस्कार के लिए चुना गया।
इस पांडुलिपि के बारे में सभी सदस्य इस बात पर एकमत थे कि इस कहानी का मूल स्वर सामंती और पुरुष सत्तात्मक संस्कारों के अवशेषों से रिसती चली आ रही विदूपताओं और विडंबनाओं के विरुद्ध चेतना को उद्देलित करने का अच्छा प्रयास है।
इन कहानियों के विषय और उनके ट्रीटमेंट का नयापन उनकी अभिव्यक्ति का बांकपन तथा सुलझी हुई भाषा का रचनात्मक प्रयोग इस संकलन को एक नयी दीप्ति देता है। कोविड-19 के कारण निर्णायक मंडल ने ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपना निर्णय दिया।
फाउंडेशन के संयोजक अशोक त्रिपाठी ने यह बताया कि निकट भविष्य में प्रयागराज में आयोजित होने वाले एक समारोह में सिंगरौली की कथाकार सीमा शर्मा को पुरस्कार के रूप में 25000 रुपए शाल श्रीफल और प्रमाण पत्र भेंट करने के साथ ही पांडुलिपि को प्रकाशित कर उसका लोकार्पण भी किया जाएगा।