विश्व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर जिम्मेदार पितृत्व अभियान का समापन
वाराणसी : राजातालाब डॉक बंगला पर शाधिका के द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान के निदेशक राजदेव चतुर्वेदी जी के द्वारा तीन दिन दिवसीय पितृत्व अभियान में ग्राम बेनीपुर, आदर्श ग्राम नागेपुर एवं गनेशपुर में जन समुदाय के अनुभवों को साझा किया गया एवम कहा कि आज हम सब यहाँ समाज मे होने वाली घरेलू हिंसा ,यौन उत्पीड़न, महिला हिंसा एवं किशोरियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाऐ समाज मे न होने पाए । अगर इस प्रकार की कोई घटना हमारे घर गांव या समाज में कहीं घटती है तो पुरुषों को उस घटना का विरोध करना चाहिए । हमारे समाज में पिता को खलनाक के रूप में प्रस्तुत किया है परन्तु ऐसा नहीं की पुरुष हमेसा खलनायक ही हों वह भी प्रेम पसंद करते है परंतु पित्रसत्तात्मक व्यवस्था के कारण वह अपना प्रेम प्रदर्शित नहीं कर पाते ।
नीतू सिंह (ग्राम्या संस्थान ) ने वार्ता को सम्बोधित हुए कहा की हमारा परिवार एक साइकिल की भांति है जिसमें हर व्यक्ति की अपनी भूमिका निश्चित है जिसमें पुरूष और महिला दोनों साइकिल के पहिए की भूमिका में है जिनके बिना परिवार रूपी साइकिल को चलाना असंभव है फिर भी हमारे समाज मे हर स्तर पर महिलाओं के साथ दोयम दर्जा का व्यवहार किया जाता है परिवार को खुशहाल समृद्ध बनाने में महिलाओं को सशक्त करना होगा जिसकी जिम्मेदारी पुरुषों को लेनी होगी जब तक पुरुष और महिला में समानता स्थापित नहीं होती हमारा घर परिवार सुखी और सुरक्षित नहीं हो सकता ।
रणविजय (एशियन ब्रिज इंडिया)ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अगर हम गांव का सम्पूर्ण विकास चाहते है तो मानव होने के नाते महिला एवम पुरुषों को समानता का अधिकार के साथ समानता का व्यवहार अपनाना होगा । समाज मे घरेलू हिंसा यौन उत्पीड़न का बहिष्कार करने होगा जिसमें महिलाओं के साथ पुरुषों को कंधे से कंधा मिलाकर चाहिए तभी एक बेहतर भय मुक्त समाज की स्थापना सम्भव है।
सरिता (लोक समिति) ने पत्रकारवार्ता में उपस्थित सभी मीडिया बन्धुओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा आपके सहयोग के बिना हमारा उद्देश्य हमारा सन्देश जनमानस तक पहुंचना असंभव है । टीम शादिका आप सभी की आभारी है ।
वार्ता में मंच संचालन फौजिया अंजुम द्वारा किया गया एवम शाधिका टीम से विकास बाजपेई ,अर्पित, प्रिया ,नितेश आशीष ,डव्लू आदि सक्रिय रूप से उपस्थित रहे ।