बेटियों के हिस्से भी आये आजादी-अंजू पाण्डेय बेटियां फाउंडेशन
आज बेटियां फाउंडेशन द्वारा अम्बेडकर स्कूल तेजगढ़ी पर राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
मेरठ| बच्चों से उनके भविष्य को लेकर अनेक सवाल किए। कुछ बेटियों ने कहा कि हमें हमारे अधिकार मिल जाये बेटा बेटी में भेदभाव मिट जाय और घर से बाहर निकलने में हम सुरक्षित महसूस करने लगे तो हम भी उन परिंदों की तरह हो जाएंगे जिनकी उड़ान सबसे ऊंची होती है। सभी ने कन्या शक्ति बनने की शपथ ली जिसमे प्रियंका, चंचल,प्राची आदि ने अपने हुनर का भी प्रदर्शन किया । संस्था बेटियों को अधिक से अधिक सुविधायें देने का प्रयत्न कर रहा है, महिलाओं व बेटियों से उनकी परेशानियों को सुना व समाधान भी किया। कहीं घरेलू हिंसा, कहीं बेटी होने पर ताने और घर से निकाल देना तो कहीं बेटी को शिक्षा लेने से रोकना आदि सवाल उठाये गए। सरोज दुबे ने कहा कि बेटियों को वही सम्मान मिले जिसकी वे वास्तव में हकदार हैं। उन्हें अपने लिए निर्णय लेने का अधिकार मिले हर क्षेत्र में चाहे घर हो या कार्यस्थल, पुरुषों के आगे महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म करना है । काउंसलर मीनू बाना ने महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में बताया कि हमे अपने साथ होते हर अपराध के खिलाफ बोलना चाहिए जिसका सामना बेटियों महिलाओं को जीवन भर करना पड़ता है जब लैंगिक भेदभाव खत्म होगा तभी अपराध खत्म होंगे और हमे सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा।समाज के निर्माण में बेटियों का उतना ही योगदान है जितना पुरुषों का। क्योंकि आबादी का आधा हिस्सा बेटियां ही हैं ।उन्हें समानता का अधिकार व सम्मान मिले तो स्वस्थ समाज व राष्ट्र का निर्माण उनके द्वारा ही संभव होगा। इस मौके पर डॉ क्षमा चौहान, शादमा,लक्ष्मी बिंदल, हिमा गौड़, सरोज दुबे, आदि का सहयोग रहा अंत मे अध्यक्ष अंजू पाण्डेय ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।