महिलाएं अपने आत्मविश्वास को मजबूत बनाये- अंजू पाण्डेय
मेरठ | लॉक डाउन में वर्तमान को खुशनुमा बनाएं। आज सारी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है जिस कारण लोग घरों में लंबे समय तक कैद हो गए हैं इससे घर मे तनाव व चिंता होने लगी है । कहीं भविष्य की, कहीं खर्चो की, कहीं रोजगार की, कहीं बीमारी आदि आदि की सोच से लोग परेशान हैं।जिंदगी एक ठहराव पर आ गई है जिसमे कुछ समझ नही आ रहा कि कल क्या होगा तो मेरा मानना है भगवान श्री कृष्ण को ध्यान करिए जिन्होंने कहा है कि वर्तमान को जीओ कल की चिंता ईश्वर पर छोड़ दो कि क्या होगा। आप कर्म कीजिए कि घर मे रहे तो सुरक्षित होंगे। हँसी को अपनाए- हंसी मुस्कान है निःशुल्क, मगर देती है खजाना । जो तन मन को सुंदर बनाती है ।आज को भरपूर आनंद हंसी के तड़के के साथ समय बिताये। हंसने से तनाव दूर होता है, एनर्जी मिलती है, रिश्ते मधुर होते हैं, चेहरे की खूबसूरती व इम्युनिटी बढ़ती है तो आप निराशा को दूर करें । अपना मूड बेहतर बनाये तो हर कोई खूबसूरत दिखाई देगा । निराशा नही आएगी ।हँसने के पल ढूँढ़िये। मुस्कराने के लिए केवल सोच बदले। नकारात्मकता ना आने दें ।वर्तमान में परिवार एक दूसरे का सहयोग करे हंसी को अपनाओ वर्तमान को जाने व जियें- वर्तमान ही सुखद हो सकता है यदि हम चाहें क्योंकि अतीत बीत चुका है जो अच्छा था या बुरा, और भविष्य आपके हाथ मे नहीं। तो क्यों नही वर्तमान को सुखद बनाये । कोरोना महामारी के लॉक डाउन से क़भी कभी पति पत्नी व बच्चों में उदासी, अवसाद, चिंता व नकारात्मकता विचारों को जन्म दे रहा है जिसके लिए परिवार के सभी लोगो को एक दूसरे पर प्यार विश्वास बनाना होगा जिससे गुस्सा, आक्षेप आपके बीच ना आये। एक दूसरे पर व्यवहार बदलने का आरोप न लगाएं। एक दूसरे की मनोदशा समझे।जो व्यक्ति कभी इतने दिन परिवार के संग घर मे कैद नहीं हुआ उसमे भी कहीं तंगी, कही अपनी इच्छाओं का दमन तो स्वाभाविक है चिड़चिड़ापन आना। जिसे हमें अपनी सोच से ही सुखमय बनाना होगा। निराशा को जन्म न दे। एक दूसरे की जरूरतों, इच्छाओं का ध्यान रखें। अपनी चिंताओं को आपस मे शेयर कीजिये और प्यार से रहिये। समय पहचानें घरेलू हिंसा से रहे दूर- आपके पास बहुत समय है अपनी पसंद व शौक को निखारिये। अपने खाली टाइम को स्पेशल टाइम बनाये इस समय को खुशनुमा व यादगार बनाये । मनमुटाव दूर कर तनाव दूर भगाये। स्वम को परखिये। वर्तमान में खुश रहे। कोई भी कार्य ऐसा न करे जो अनैतिक हो बेटियों का सम्मान करें।लॉक डाउन में वर्तमान को खुशनुमा बनाएं ।रहे मस्त और व्यस्त-हिंसा से रहे दूर। इतिहास बनेगा लॉक डाउन, वर्तमान में स्वम को पहचाने, परिवार को समय दे|