गाँधी 150 जयंती वर्षोतस्व में बेनियाबाग स्थित गाँधी चौरा की उपेक्षा से बनारस के गाँधीजन रोष में। ऐतिहासिक बेनियाबाग पार्क की सफाई और रख रखाव के लिए गाँधी जयंती याद दिलाते हुए कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
साझा संस्कृति मञ्च वाराणसी की ओर से मंडलायुक्त बनारस और नगर आयुक्त नगर निगम को बेनियाबाग स्थित गाँधी चौरा ( महात्मा गाँधी का अस्थि कलश जिस स्थान पर रखा गया था ) की उपेक्षा और समूचे पार्क के जीर्ण शीर्ण हालात पर 6 सूत्रीय ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की माँग किया। ज्ञापन सौंपते हुए गांधीवादी कार्यकर्त्री जाग्रति राही ने मंडलायुक्त महोदय को कहा की कंक्रीट के जंगल बनते शहर के बीच में स्थित यह पार्क हरियाली , आबोहवा और घूमने टहलने के साथ साथ बच्चो के लिए एक बेहद जरुरी और उम्मीदभरी जगह है जंहा कुछ शारीरिक अभ्यास और खेल-कूद होते हैं। यह ऐतिहासिक पार्क बनारस के लिए एक धरोहर है ।
सन 1948 में गांधी जी का अस्थिकलश अंतिम दर्शन के लिए यंही रखा गया था। उसी पुण्य भूमि पर गांधी स्मृति स्तम्भ और गांधी चौरा बना हुआ है। बगल में ही लोकबंधू राजनारायण जी की प्रतिमा है। इस पार्क के किराए से नगर निगम को लाखों रूपये प्रतिवर्ष की आय होती है। लेकिन दुर्भाग्य से इसमें कूड़ा करकट और मल जल भरा हुआ है, स्थिति बहुत ही नारकीय है , स्थानीय नागरिकों ने कई बार इस सम्बन्ध में मंडलायुक्त और नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया है।
गांधी150 सारा देश दुनिया मना रहा है। करोड़ो का बजट सरकार ने घोषित किया है ।स्वच्छ_भारत_अभियान से गांधी150 को जोड़ दिया गया है। बनारस में गांधी जी से जुड़ी ऐतिहासिक जगहों का हाल चाल लेने की कोई कोशिश प्रसाशन शासन ने नही की। राजनेताओं की परिक्रमा में करोड़ो अरबो खर्च हो रहे हैं। लेकिन राष्ट्रपिता की यादों को संजोने का काम नहीं हो रहा है। ज्ञापन अग्रलिखित 6 बिन्दुओ पर है :-
1- बेनिया बाग़ स्थित गांधी चौरा और राजनारायण की मूर्ति की मरम्मत और साफ़ सफाई करवाई जाये.
2- पार्क और मैदान में बह रहे सीवर जल को तत्काल रोका जाये.
3- पार्क के अंदर फूटपाथ को दुरुस्त कराया जाये.
4- पार्क की चौहद्दी की दीवारे और पहुँच मार्ग की सडक ठीक करायी जाये.
5- पार्क में पौधरोपण कराया जाए.
6- पार्क के रख रखाव के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति और उपस्थिति सुनिश्चित कराएं.
महोदय, उक्त 6 सूत्रीय ज्ञापन पर 30 सितम्बर 2019 तक समुचित कार्यवाही न होने पर हम बनारस के नागरिक समाज के लोग 1अक्टूबर 2019 से आन्दोलन के लिए बाध्य होगे.
कमिश्नर और नगरआयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को कहा की बेनियापार्क को स्मार्टसिटी के अंतर्गत लेना है , बड़ा प्लान बन रहा है ।
साझा संस्कृति मंच , लोकमंच , बनारस बचाओ अभियान आदि ने ज्ञापन देने के बाद बेनियाबाग पार्क में स्थानीय नागरिको से वार्ता किया और पार्क के रख रखाव वृक्षारोपड़ आदि के साथ साथ उक्त ज्ञापन पर 30 सितंबर तक कार्यवाही न होने की स्थिति में सत्याग्रह के साथ विरोध दर्ज कराने की रणनीति पर रायशुमारी किया है।
अभियान में जुड़ रहे प्रमुख नाम जाग्रति राही , आत्म प्रकाश जी, जगन्नाथ कुशवाहा, फादर दयाकर , डॉ अनूप श्रमिक , उर्फी भाई , सतीश सिंह , रामिश, नदीम, अनवर , धनञ्जय और वल्ल्भाचार्य पांडेय हैं।